Monday, September 10, 2012

दूर रहकर भी पास का अहसास करें

पं. महेश शर्मा
सामान्यतया देखा गया है कि लांग डिस्टेंस रिलेशन ज्यादा कारगर साबित नहीं हो पाते हैं। स्थानों में दूरियों के साथ ही दिलों में भी दूरियां आ जाती हैं और जैसे-जैसे समय बीतता जाता है ये दूरियां बढती जाती हैं। ऐसा होने की खास वजह है कि लोग लांग डिस्टेंस रिलेशन में अपनी भावनाओं को जाहिर करने में विफल हो जाते हैं। पास रहकर रिश्तों में अपनी भावनाओं को मेल-मुलाकातों, चुंबनों और आलिंगन के द्वारा जाहिर किया जा सकता है, लेकिन जब बात लांग डिस्टेंस रिलेशन की हो तब क्या किया जाए। अगर आप भी लांग डिस्टेंस रिलेशन में हैं तो नीचे दिए गए कुछ आसान से टिप्स अपनाएं और रिलेशन को टूटने से बचाएं। एक समय निर्धारित करें जिसमें रोजाना आप एक-दूसरे से बात करें। एक-दूसरे से कॉन्टेक्ट करने में लंबा अंतराल न रखें। उन्हें रोज रात को सोने से पहले कॉल, मैसेज करें। उनसे उनकी होल डे एक्टिविटी के बारे में पूछें और अपनी एक्टिविटी भी बताएं। 

वीडियो चैट करें, ई-मेल करें। जितना हो सके एक-दूसरे के कॉन्टेक्ट में रहें। अपने पार्टनर के सेल में रोमांटिक मैसेज ड्रॉप करें। कोशिश करें जब आपका पार्टनर सुबह सो कर उठे और अपना सेल देखे तब उसे आपका प्यार भरा संदेश मिले। जब भी आप वीडियो चैट करें तो इसे एक डेट के रूप में लें। अच्छे से तैयार हों उनके लिए फ्लॉवर्स लें। इससे आपके प्यार का एहसास आपके हमदम के दिल और दिमाग में हमेशा कायम रहेगा। 

अपने हमदम के लिए टाइम निकालें और अचानक से उनके पास पहुंचकर उन्हें सरप्राइज करें। ओकेजनली उन्हें कार्ड, गिफ्ट्स, चॉकलेट्स भेजना न भूलें। एक-दूसरे पर विश्वास बनाए रखें। बिना वजह शक न करें। ई-कार्ड से अपनी भावनाओं को जीवंत रूप दें। अपने संवादों में आई लव यू, आई मिस यू वाक्यों का भरपूर प्रयोग करें। उन्हें अपने कमिटमेंट का भी एहसास कराएं। हैंडमेड ग्रीटिंग्स, लव लेटर, कविताओं को भी उन तक पहुचाएं। हमेशा सकारात्मक सोच रखें। याद रखें कि ये महज कुछ समय की ही दूरी है, जीवन भर की नहीं। 

इसके साथ ही संबंधों में सहजता के आपसी समक्षदारी पर जोर दें। कार्यस्थान की वजह से दूरी भले ही पर आप ऐसा तालमेल बनाकर चलें कि ये दूरी भी आपको नजदीकी का ही अहसास कराये। इससे एक तो आपके संबंधों में मिठास बनी रहेगी दूसरी बात ये कि आप इस बात को लेकर हमेशा आश्वस्त रहेंगे कि जो भी स्थितियां हैं वो कोई अहसज स्थिति नहीं है, बल्कि एक-दूसरे के हित में ही तो आप दूर-दूर होकर भी पास-पास से लगते ह

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