Friday, July 19, 2013

प्यार की करें आराम से देखभाल

हर मौसम की मार को झेलने के लिए प्यार को हर पल सींचना जरूरी है। मौसम बदलते ही सर्द-गर्म का हल्का सा झटका लगते ही वह मुरझा जाएगा। अगर आप अपने प्यार को सात जन्मों तक जिंदा रखना चाहते हैं, तो उसे लान के पौधों की तरह हर रोज सींचना जरूरी है, ताकि वो हर पल रहे तरोताजा और आपका चेहरा नजर आए खिला खिला।

रिश्ते उस हरी घास की तरह होते हैं, जिसे नियमित देखभाल की जरूरत होती है। जरा सी लापरवाही और मौसम के थपेड़ों के कारण जैसे मखमली घास सूख जाती है, रिश्तों पर भी लापरवाही का कुछ ऐसा ही असर होता है। वक्त के साथ रिश्तों के पैमाने भी बदले हैं। जितनी तेजी और आसानी से अब रिश्ते कायम हो रहे हैं, उनके टूटने की गति भी उतनी ही तेज है। ऐसे में एक सफल वैवाहिक जीवन का सूत्र क्या हो इस पर ध्यान देना जरूरी है।

दरअसल खुशनुमा शादीशुदा जिंदगी का कोई बना बनाया फार्मूला नहीं होता पर कुछ बातों को ध्यान में रखकर तनाव और परेशानियों को दूर भगाया जा सकता है।

 
किसी भी रिश्ते की बुनियाद उसकी नींव होती है, एक-दूसरे पर विश्वास और रिश्ते के प्रति ईमानदारी। आपकी शादीशुदा जिंदगी में किसी तरह की परेशानी को आने से रोकने के लिए आवश्यक है। इसके लिए कम से कम किसी बातों को एक दूसरे से छुपाएं नहीं और ज्यादा से जदा बातें शेयर करें। अगर आप दोनों रिश्ते के प्रति शुरुआत से ईमानदारी बरतेंगे, तो आपको रिश्ते से संबंधी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
  
 
एक दूसरे के लक्ष्य, आवश्यकताओं और अपेक्षाओं के बारे में समझ होनी जरूरी है। इन सब विषयों पर खुलकर बातें करें। तभी आप अपने जीवनसाथी के लक्ष्यों को प्राप्त करने में उनकी मदद कर पाएंगी और जरूरत पड़ने पर आप एक दूसरे को सहारा भी दे पाएंगी।

 
किसी भी रिश्ते की सफलता के लिए आपसी संवाद बेहद जरूरी है। यह मानकर चलें कि आपका जीवनसाथी आपके मन की बात बिना बताए भी समझ जाएगा। ऐसा संभव नहीं है। बातें शेयर नहीं करने से गलतफहमियां बढ़ेंगी। किसी बात पर मन मुटाव होने की स्थिति में तुमने ऐसा किया यानी सीधे दोषारोपण करने की जगह यह कहें कि तुम्हारे ऐसा करने से मुझे दुख हुआ। तुम की जगह ज्यादा से ज्यादा मंै शब्द का प्रयोग करें।

इस बात को समझना जरूरी है कि पुरुष और महिला सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं, बल्कि मानसिक रूपसे भी एक-दूसरे से अलग हैं। दोनों के सोचने का तरीका अलग-अलग होता है। सिर्फ इतना ही नहीं, किसी समस्या का हल ढूंढने के दोनों के तरीके में भी अंतर होता है। यह सोचकर किसी व्यक्ति से शादी करें कि वह बिल्कुल आपके जैसा है। इस अलगाव को एंज्वाॅय कर पाने की कला किसी रिश्ते की सफलता का मंत्र है।
  
रिश्ते की सफलता के लिए जरूरी है कि किसी भी विषय पर पूर्व नियोजित रुख अपनाने की जगह लचीला रुख अपनाएँ। विभिन्न मुद्दों पर अपनी सोच में लचीलापन लाएँ ताकि आनेवाली नई परिस्थितियों में सामंजस्य बिठाने में परेशानी हो।

प्यार और एक दूसरे के लिए सम्मान किसी भी रिश्ते की आधार होती है। एक-दूसरे में खामियाँ निकालने की जगह एक दूसरे का सम्मान करें, जो आपको अच्छी लगती हैं। अपने दोस्तों, रिश्तेदारों या किसी भी बाहरवाले के सामने एक दूसरे का मजाक उड़ाएं।

आज के जमाने में पति-पत्नी दोनों का कामकाजी होना सामान्य है। वो दिन गए जब पत्नी घर की कमान संभालती थी और पति पैसे कमाकर लाता था। इसलिए हर मामले में जिम्मेदारी बराबर मात्रा में बांटें। अगर पति-पत्नी में से किसी एक व्यक्ति पर ज्यादा जिम्मेदारी होगी, तो परेशानियां और मतभेद होना लाजमी है।
परेशानी बताएँ- एक-दूसरे की शारीरिक और भावनात्मक जरूरतों का पूरा ध्यान रखें। अगर आपको कोई बात भावनात्मक रूप परेशान कर रही है, तो उसे मन में छुपा कर रखने की जगह अपने जीवनसाथी से शेयर करें। किसी भी परेशानी को अपने मन का बोझ बनने दें।

कोई भी परफेक्ट नहीं होता। अगर आपको अपने पति में कुछ खामियां नजर रही हंै तो तय है कि आपमें भी कुछ कुछ खामियाँ होंगी। अगर आपके साथ से कुछ गलती हो गई है, तो उसके लिए उसे माफ कर जिंदगी में आगे बढ़ना सीखें। किसी भी विषय को मुद्दा बनाकर आपसी रिश्ते को प्रभावित होने दें।
  
 
अपने रिश्ते में एक दूसरे को प्राथमिकता दें। आपके परिवार के अन्य सदस्यों, यहाँ तक कि आपके बच्चों का नाम भी इस लिस्ट में बाद में आना चाहिए। जब आप एक दूसरे को और सभी चीजों से ऊपर रखेंगे, तो आपका रिश्ता भी मजबूत होगा।

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