पं. महेश शर्मा
अगर आपका पार्टर मूडी है तो भी आप वैवाहिक जीवन को खुशी-खुशी जी सकती हैं। आपको इसके लिए कुछ प्रयास करने होंगे। इस प्रयास में आप सफल भी हो सकती हैं, लेकिन इसके लिए त्याग, धैर्य, सही सोच व शांत दिमाग की जरूरत होती है।
मूडी साथी मिलने का यह अर्थ नहीं है कि जिंदगी बेकार हो गई। निरंतर कोशिशें इन स्थितियों से उबार सकती हैं। आपको जरूरत है शादीशुदा जिंदगी की एक सामान्य समस्या को समझने की। सामान्यतया यह देखा जाता है कि उस समय आपके सारे मंसूबे धरे रह जाते हैं, जब मूडी पार्टनर से पाला पड़ता है। अच्छी पत्नी बनना आसान नहीं, लेकिन तब यह और मुश्किल होता है, जब पति मूडी हो। मूडी लोगों को समझना वाकई कठिन होता है। समझदारी और सकारात्मक नजरिये से स्थितियों को सुधारा जा सकता है।
1. शांत रहें। पति मूडी, उखड़ा-उखड़ा या उदास सा है तो खुद को शांत रखें। शांति से ही पत्नी घर के माहौल को बचाए रख सकती है।
2. साथी जरूरतें समझें। जो वह कह रहा है उन शब्दों का मर्म समझें। दुर्भाग्य से लोग यह नहीं समझ पाते कि ऐसी स्थिति में पारस्परिक संवाद कैसे जारी रखें। पति को भी केयर की जरूरत होती है। अगर कोई तरकीब काम न आये तो उसे कुछ समय अकेले छोड़ दें, ताकि वह कुंठा से बाहर निकल सके।
3. तो सकता है कि किसी खास कारण के चलते पति हीन महसूस कर रहा हो, अपेक्षित सफलता न मिलने से निराश हों। ऐसे में उसे पत्नी की सहानुभूति की आवश्यकता है।
4. घर का माहौल खुशगवार बनाए रखें। उसे व्यवस्थित रखें। जब पति को महसूस होगा कि उसकी पत्नी उसे खुष करने के लिए लगातार कोशिश कर रही है तो संभव है धीरे धीरे वह अपनी मनोदशा से बाहर निकल जाए।
5. खुद को उदासीस और निराशा से बचाएं। अपनी सामान्य गतिविधियां बनाए रखें। अपना ध्यान रखें।
6. यदि पति स्वभाव से मूडी है तो उसे बदलने के बजाय खुद मस्त रहने की कोशिश करें। वह सामाािजक नहीं हैं तो पत्नी अपना दायरा बढ़ाए। पति के स्वभाव के कारण अपनी दुनियाि को सीमित न करें। हो सकता है, कभी पति पत्नी का अनुसरण करने लगे।
7. संबंधों पर आधारित पुस्तके भी कई बार मददगार साबित हो सकती हैं। अगर परेशानी किसी भी तरह हल न हो रही हो तो किसी काउंसलर की मदद ली जा सकती है।
8. किसी खास वजह से मूड खराब हो तो उस वक्त उस पर चर्चा न करें। बाद में मौका देखकर उस मुददे को छेड़ें। ध्यान रखें अगर कुछ मुदृदे ऐसे हैं, जिनसे पति का मूड और बिगड़ सकता हो तो उन्हें न छेड़ना ही बेहतर है।
9. साथी के लिए त्याग करने को तैयार हैं। यह बात पति-पत्नी दोनों पर लागू होती है। कोई भी संबंध परफेक्ट नहीं होता। आदर्श स्थिति वह है, जिसे हकीकत में पाना मुश्किल ही होता है। रिश्तों को समझने के समय निकालना जरूरी है। उन्हें मौका दें संवरने का।
10. उपहार दें। यह बात विषय से हटकर भले ही लगे, लेकिन कई बार बिना किसी खास मौके के मिला पसंदीदा उपहार भी मूड ठीक कर सकता है। यह सुगंधित इत्र हो सकता है, शेविंग क्रीम, पेन या घड़ी आदि। छोटा सा यह उपहार साथी के प्रति प्यार को दर्शाता है।
आमतौर पर मूडी लोग खुशमिजाज लोगों को पसंद करते हैं। भले ही ऐसा शब्दों में जाहिर न करें। इसलिए अपनी दिनचर्या को अव्यवस्थित न होने दें। खुश रहें; अपनी ओर से साथी को खुश रखने की कोशिश जारी रखें।
मूडी साथी मिलने का यह अर्थ नहीं है कि जिंदगी बेकार हो गई। निरंतर कोशिशें इन स्थितियों से उबार सकती हैं। आपको जरूरत है शादीशुदा जिंदगी की एक सामान्य समस्या को समझने की। सामान्यतया यह देखा जाता है कि उस समय आपके सारे मंसूबे धरे रह जाते हैं, जब मूडी पार्टनर से पाला पड़ता है। अच्छी पत्नी बनना आसान नहीं, लेकिन तब यह और मुश्किल होता है, जब पति मूडी हो। मूडी लोगों को समझना वाकई कठिन होता है। समझदारी और सकारात्मक नजरिये से स्थितियों को सुधारा जा सकता है।
1. शांत रहें। पति मूडी, उखड़ा-उखड़ा या उदास सा है तो खुद को शांत रखें। शांति से ही पत्नी घर के माहौल को बचाए रख सकती है।
2. साथी जरूरतें समझें। जो वह कह रहा है उन शब्दों का मर्म समझें। दुर्भाग्य से लोग यह नहीं समझ पाते कि ऐसी स्थिति में पारस्परिक संवाद कैसे जारी रखें। पति को भी केयर की जरूरत होती है। अगर कोई तरकीब काम न आये तो उसे कुछ समय अकेले छोड़ दें, ताकि वह कुंठा से बाहर निकल सके।
3. तो सकता है कि किसी खास कारण के चलते पति हीन महसूस कर रहा हो, अपेक्षित सफलता न मिलने से निराश हों। ऐसे में उसे पत्नी की सहानुभूति की आवश्यकता है।
4. घर का माहौल खुशगवार बनाए रखें। उसे व्यवस्थित रखें। जब पति को महसूस होगा कि उसकी पत्नी उसे खुष करने के लिए लगातार कोशिश कर रही है तो संभव है धीरे धीरे वह अपनी मनोदशा से बाहर निकल जाए।
5. खुद को उदासीस और निराशा से बचाएं। अपनी सामान्य गतिविधियां बनाए रखें। अपना ध्यान रखें।
6. यदि पति स्वभाव से मूडी है तो उसे बदलने के बजाय खुद मस्त रहने की कोशिश करें। वह सामाािजक नहीं हैं तो पत्नी अपना दायरा बढ़ाए। पति के स्वभाव के कारण अपनी दुनियाि को सीमित न करें। हो सकता है, कभी पति पत्नी का अनुसरण करने लगे।
7. संबंधों पर आधारित पुस्तके भी कई बार मददगार साबित हो सकती हैं। अगर परेशानी किसी भी तरह हल न हो रही हो तो किसी काउंसलर की मदद ली जा सकती है।
8. किसी खास वजह से मूड खराब हो तो उस वक्त उस पर चर्चा न करें। बाद में मौका देखकर उस मुददे को छेड़ें। ध्यान रखें अगर कुछ मुदृदे ऐसे हैं, जिनसे पति का मूड और बिगड़ सकता हो तो उन्हें न छेड़ना ही बेहतर है।
9. साथी के लिए त्याग करने को तैयार हैं। यह बात पति-पत्नी दोनों पर लागू होती है। कोई भी संबंध परफेक्ट नहीं होता। आदर्श स्थिति वह है, जिसे हकीकत में पाना मुश्किल ही होता है। रिश्तों को समझने के समय निकालना जरूरी है। उन्हें मौका दें संवरने का।
10. उपहार दें। यह बात विषय से हटकर भले ही लगे, लेकिन कई बार बिना किसी खास मौके के मिला पसंदीदा उपहार भी मूड ठीक कर सकता है। यह सुगंधित इत्र हो सकता है, शेविंग क्रीम, पेन या घड़ी आदि। छोटा सा यह उपहार साथी के प्रति प्यार को दर्शाता है।
आमतौर पर मूडी लोग खुशमिजाज लोगों को पसंद करते हैं। भले ही ऐसा शब्दों में जाहिर न करें। इसलिए अपनी दिनचर्या को अव्यवस्थित न होने दें। खुश रहें; अपनी ओर से साथी को खुश रखने की कोशिश जारी रखें।
No comments:
Post a Comment