Wednesday, February 9, 2011

सपनों का राजकुमार (Prince of Dreams)

दुनियां भर में अपने लिए राजकुमार का चयन करना आसान काम नहीं रहा है। हर काल व परिस्थितियों में यह सार्वभौम सत्य एक समान लागू होता है। चाहे उस काल को याद करें जब माता पिता बिना पूछे ही लड़कियों की शादी तय कर दिया करते थे। या फिर आज का काल जब शादी करने वाली लड़कियां खुद अपने लिए वर ढूढ लेती हो या फिर लिव के जरिए वर की तलाश करने में लगी हो। लाइफ पार्टनर का चयन आसान काम नहीं है। लेकिन आपकी इस मुश्किल को हल करने में नई पीढ़ी के युवाओं के लिए शापिंग टिप्स हो सकता है कुछ कारगर।

अगर आप अपने लिए जीवनसाथी की तलाश में हैं तो आप अपने व्यक्तित्व कौशल में कुछ सुधार कर लें। चूंकि वर्तमान जिंदगी बाजार से संचालित है इसलिए आपके लिए जरूरी है कि आप बाजारी मूल्य को भी पूरी तरह से समझें। ऐसा नहीं है कि बाजार में सबकुछ गलत है। यह आप पर निर्भर है कि बाजार के बल पर कैसे बेहतर जिंदगी के लिए अपने सपनों के राजकुमार का चयन कर लें। बाजार की बात करने से मेरा मतलब यह नहीं है कि आप शादी करने जा रही हैं तो खूब पैसे बचाएं या फिर केवल पैसे कमाने पर जोर दें। बल्कि शाॅपिंग करते समय आप डेली निड्स के लिए जिस फार्मूले का प्रयोग करती हैं उसी का प्रयोग कर आप कुछ और भी कर सकती हैं। क्योंकि यह फार्मूला आजकल काफी प्रभावी साबित हो रहा है। इसे जीवनसाथी के चुनाव के लिए अपनाया जाए तो इसका परिणाम बिल्कुल मनमाफिक आता है। आप सच मानिए अपने लिए जीवनसाथी तलाश रहे लोगों के लिए खरीदारी के नुस्खे गाइड की तरह काम कर सकते हैं। बाजार हमारे घर के हर कोने में है। सुबह से शाम बाजार ही हमारे दिलो दिमाग में रहता है। खत्म होता सामान, महंगाई, नया फैशन, सस्ती चीजें, क्वालिटी चीजें वगैरह वगैरह। हर वक्त बाहर सजे बाजारों से अपने लिए बेहतर डील कर पाने के झमेले में फंसे हम लोग कहीं ऐसा तो नहीं कि रिश्तों को भी उसी तरह तोलने लगे हैं। कहीं न कहीं बेहतर खरीदारी के सिदृधांत सामाजिक रिश्तों को चुनने का आधार बनते जाते हैं। खासतौर से अपने लिए जीवनसाथी चुनने के मामले में। क्या आप नहीं चाहतीं कि आपकी बेटी को संभावित दूल्हों की भीड़ में से कोई ऐसा मिले, जो उसके लिए परफेक्ट हो। बिल्कुल वैसा जैसी कल्पना उसने अपने सपने के राजकुमार को लेकर सालों से की है या फिर जैसे सपने आपने किस्से कहानियों के जरिये उसे बचपन से दिखाए हैं। यह सच है कि अपने जीवनसाथी में जिस जिस गुणों की कल्पना एक लड़की करती है, उसकी लिस्ट थोड़ी लंबी होती है। और किसी एक इंसान में ये सारी खूबियां मिलना असंभव है। फिर भी जैसे किसी माल या मार्केट में शापिंग करते वक्त आप एक ही सामान के लिए चार दुकान देखना पसंद करती हैं, जीवनसाथी की तलाश भी कुछ उसी तरीके से आप करें। इस बात पर अमल करने में आप फायदे में रहेंगी। एक साथ अगर चार रिश्तों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए, तो डील बेहतर होगी। तो क्यों न इसका लाभ उठाया जाए। तो फिर आईए और जाने क्या करें और क्या न करें।

सूची बनाएं

सपनों का राजकुमार ढूंढने की कवायद चाहे माता पिता करें या आप खुद। लड़के में क्या चाहिए इसे तो तय करना ही पड़ता है। इस लिस्ट में लड़के की रंग रूप हाईट, उसकी आय, सरकारी या गैर सरकारी नौकरी, खुद का व्यवसाय, घर परिवार के रहन सहन, विचार, पहनावे, शहर, अपनी पसंद ना पसंद आदि को शामिल कर सकती हैं। लेकिन आप यह याद जरूर रखें सूची वही बनाएं जो आपके परिवार की बजट में संभव हो। हां, ये बात भी मन में तय कर लें कि न तो कोई भी लड़का ऐसा नहीं है जो सभी गुणों को साथ लेकर इस दुनिया में आया हो। इसलिए राजकुमार के बारे में तय करने से पहले अपनी सोच को व्यावहारिक जरूर बना लें। यानी आपको जिंदगी जीने के लिए कैसा पति चाहिए इसकी सूची जरूर बनाएं पर वह लिस्ट इतनी लंबी न हो कि कोई भी लड़का आपके पैमाने पर खरा ही न उतर पाए।

दिखावे पर न जाएं

प्रोडक्ट की शानदार पैकिंग हर किसी को आकर्षित करती है। ऐसे ही रिश्तों की खोज में लगा मन ब्रांडेड कपड़े, माॅडलों जैसी चाल और लिपा पुता चेहरा देखकर बहुत आकर्षित होता है। लेकिन खूबसूरत पैकिंग में आने वाले चाइनीज प्रोडक्ट के हाल से तो आप भी वाकिफ होंगी ही। पास जाने और पैकिंग के अंदर क्या है उसे समझने पर सही स्थिति उभरकर सामने आती है। कहने का मतलब यह है कि अपनी बिटिया के लिए जीवनसाथी की तलाश के समय सिर्फ बाहरी दिखावे पर न जाएं, बल्कि यह देखना भी जरूरी है कि लड़के का स्वभाव कैसा है या उसके परिवार का बैकग्राउंड कैसा है। अगर इन सब चीजों को नजरअंदाज कर आप बाहरी डील डौल से प्रभावित होकर रिश्ते के लिए हामी भरती हैं, तो बाद में परेशानियां भी झेलनी पड़ सकती हैं।

कानूनी पहलू

हर पैकिंग पर लिखे संदेश और चेतावनियां शाॅपिंग करते समय सही और सेहतमंद प्रोडक्ट चुनने में मदद करती हैं। बिल्कुल ऐसे कि कीप इन ए कूल ऐंड ड?ाई प्लेस। या कि सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। या कि विद लो कोलेस्ट?ाॅल। अब आप दिल की बीमारी या मोटापे से ग्रस्त हैं तो फिर लो कोलेस्ट?ाॅल आॅयल का उपयोग खाना बनाने में करती हैं। बिल्कुल ऐसा ही होता है रिश्तों के मामले में। उदाहरण के लिए एनआरआई वर या सरकारी नौकरी वाला वर। अब अगर आपको ऐसा जीवनसाथी चाहिए, तो तबादले और देश से दूर रहने के लिए तैयार रहना होगा। घर में लड़ाई झगड़ा झेल रहा  इंसान शांत जीवनसाथी की तलाश करता है। जो सज्जन हो, साॅफ्ट स्पोकन हो। यह सब तय करने का वक्त शादी से पहले का होता है। इसलिए विज्ञापन देते समय यह सब तय पहले ही तय कर लें।

नो एक्सचेंज आफर
यह बात गांठ बांध कर रख लें कि रिश्ता एक्सचेंज आफर की जगह नो एक्सचेंज आॅफर है। इसलिए आप रिश्ता ढंूढते वक्त एक्सचेंज आफर की बात न करें। शायद इसलिए आपको बहुत सोच समझकर जिंदगी की इस शाॅपिंग में भाग लेना होता है। वही प्रोडक्ट का चयन करना होता है जो लाइफ लांग हो न कि चाइनीज आयटम की तरह कि जब तक चले तब तक ठीक है नहीं तो कूड़े में डाल दो। एक बात ध्यान रखें चाहे आप कितनी ही माडर्न क्यों न हो लाइफ पार्टनर कूड़े में डालने के लिए नहीं होता है। यह जिंदगी की सबसे अहम जरूरत है इसी के बाद कुछ और बेहतर हो सकता है ।

भारतीय समाज में परंपरा से यह कहा जाता रहा है कि संबंध उसी से बनाएं जो समान हों। जीवनसाथी की तलाश के दौरान इस बात का ध्यान जरूर रखें कि स्टेटस, जिंदगी के नजरिए आदि में बहुत ज्यादा अंतर न हो।

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